चेक बाउंस क्या है? सिर्फ अकाउंट में पैसे नहीं होने की वजह से ही चेक बाउंस होता है? लिखी गई राशि अकाउंट में ना होना या उससे कम राशि होने के कारण भुगतान ना होना चेक देने वाले का अकाउंट बंद हो गया हो चेक देने वाले का हस्ताक्षर अकाउंट में दर्ज हस्ताक्षर से मिलान नहीं हो रहा हो चेक पर ओवरराइटिंग हुई हो चेक की समय सीमा समाप्त हो गई हो नकली चेक का संदेह हो कंपनि या फर्म के चैट में उसकी मुहर ना हो ओवरड्राफ्ट की लिमिट को पार करता हो चेक रिटर्न मेमो किसे कहते हैं?
होटल का खाना खराब लगे, तो ग्राहक क्या कर सकता है? अगर आपको लगता है कि आपको परोसे गए खाने में मिलावट है या फिर खाना सही नहीं है, तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं।
होटल का खाना खराब लगने पर ग्राहक कहां और कैसे शिकायत कर सकता है? होटल या रेस्टोरेंट का खाना खराब लगे तो ऐसे शिकायत करें –
जिस खाने का सेंपल आप लेकर आए हैं उसका लैब में टेस्ट करवाएं। खाने में खराबी या मिलावट मिलने पर होटल या रेस्टोरेंट के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
बहुत से लोगों के पास कंपनी की तरफ से फर्जी या गलत बिल आते हैं, लेकिन अधिकतर लोग झंझट से बचने या अधिकारों की जानकारी के अभाव में उस चीज के पैसे दे देते हैं, जिस चीज की सुविधा उन्होंने ली ही नहीं। ऐसी सिचुएशन में लोगों को इन दोनों की तरह जागरुक रहने और अपने अधिकार को पहचानने की जरूरत है।
फर्जी बिल के कुछ और मामले पढ़ें
कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदने से पहले कुछ चीजों पर गंभीरता से विचार करने की बहुत आवश्यकता होती है। आमतौर पर कमर्शियल प्रॉपर्टी बाकी प्रॉपर्टी से कुछ महंगी मिलती है क्योंकि यह अधिकांश रूप से मुख्य बाजार या किसी खास लोकेशन पर स्थित होती है । इसलिए इसमें एक बड़े निवेश की आवश्यकता होती है। हम अपना व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदते हैं या फिर निवेश के लिए प्रॉपर्टी खरीदते हैं, दोनों ही स्थितियों में इससे बेहतर रिटर्न पाने के लिए आवश्यक है कि सही प्रॉपर्टी सही कीमत पर खरीदी गई हो। कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदने में नीचे दी गई बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे : प्रॉपर्टी की लोकेशन वैसे तो किसी भी प्रॉपर्टी खरीदने में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है उसकी लोकेशन। लेकिन कमर्शियल प्रॉपर्टी के लिए या और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। आप जो प्रॉपर्टीखरीदना चाहते हैं उसके हिसाब से लोकेशन सही या गलत हो सकती है। जैसे अगर आप कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं तो यह मार्केट के बीच में हो तो बेहतर होगी लेकिन रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के लिए यही बात सही नहीं कही जा सकती।
Alumni of the Department : Justice (High Court) Retd.Justice Alok Verma, M.P. High Court
District Judge Dr. Ramesh Sahu, Distt. & Session Judge M.P
Aditional District Judge Arti Shukla, ADJ
Mahjabeen khan, ADJ
Dr. Sarika Giri, ADJ
Professor and Assistant Professors Prof. Mona Purohit, HOD & Dean
Dr.Anupama Pandit, Asst. Professor
Dr. Jitendra Gupta, Asst. Professor
Dr. Sonam Jain
Deevanshu Shrivastava, Asst. Professor
Yash Tiwari, Asst. Professor
Vijayshree Boaddh, Asst.
सॉफ्टवेयर क्या होता है ? किसी भी कंप्यूटर या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को विशेष कार्य करने के लिए जिन निर्देशों की जरुरत पड़ती है वे प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर कहलाते हैं। ये विशेष कोड्स के द्वारा बनाये जाते हैं।
सॉफ्टवेयर के प्रकार : 1) कार्यों के आधार पर सॉफ्टवेयर का वर्गीकरण – कार्यों के आधार परबांटा जाय तो सॉफ्टवेयर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं –
सिस्टम सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर यूटिलिटी सॉफ्टवेयर 1 .
What Is Child Rights ?
A right is as an agreement or contract established between the persons who hold a right (often referred to as the “rights-holders”) and the persons or institutions which then have obligations and responsibilities in relation to the realization of that right (often referred to as the “duty- bearers”.) Child rights are specialized human rights that apply to all human beings below the age of 18.
समग्र आई डी क्या होती है ? मध्यप्रदेश शासन ने प्रदेश में निवास कर रहे सभी व्यक्तियों को रजिस्टर करके 9 अंको का एक विशेष आई डी नंबर दिया है। यह नंबर राज्य में लागू केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश शासन की सभी योजनाओं में जानकारी के सत्यापन और रिकार्ड के लिए उपयोगी होता है और किसी भी शासकीय योजना का लाभ प्राप्त करने में सहायक होती है। इस के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया गया है जिसे समग्र पोर्टल कहा जाता है। समग्र पोर्टल पर प्रदेश मे निवासरत समस्त परिवारों एवं परिवार के सदस्यों का पंजीयन किया गया हैं । इस योजना को समग्र सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम नाम दिया गया है। वर्तमान में म.
हम सभी सुरक्षित रहना चाहते है लेकिन जीवन अनिश्चितताओं से भरा है, लेकिन किसी अनजानी घटना से चाहे वह आग हो, दुर्घटना हो, बीमारी या मौत से अचानक आर्थिक परेशानी आ सकती हैं। इसी कारण भविष्य में इस प्रकार की किसी भी घटना के जोखिम से बचने के लिए बीमा करवाया जाता है। यह बीमा जीवन का हो सकता है, आग का हो सकता है, दुर्घटना के खिलाफ, बीमारी या कोई और।
उपभोक्ता कौन होता है प्रतिदिन जब हम अपने इस्तेमाल के लिए कोई वस्तु खरीदते हैं तो हम उपभोक्ता बन जाते हैं।
इसलिए हमें यह समझना आवश्यक है कि उपभोक्ता का क़ानूनी अर्थ है क्या
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के अनुसार – उपभोक्ता वह व्यक्ति होता है जो किसी भी वस्तु या सेवा प्राप्त करने के बदले भुगतान करता है।
उपभोक्ता का शोषण कैसे होता है अगर हम जागरूक न हों तो हम उपभोक्ता के रूप में शोषण का शिकार भी हो सकते हैं।