उपभोक्ता कानून

चिकित्सीय लापरवाही (Medical Negligence) क्या है, शिकायत कैसे और कहाँ करें

चिकित्सीय लापरवाही क्या है? किसी चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े किसी प्रोफेशनल व्यक्ति जैसे चिकित्सा नर्स टेक्नीशियन डेंटिस्ट हॉस्पिटल या हॉस्पिटल स्टाफ जो की मरीजों की देखभाल एवं इलाज के लिए सेवाएं प्रदान करते हैं, उनके द्वारा कोई लापरवाही अथवा दुर्व्यवहार किया गया है, अथवा ऐसा कोई कार्य किया गया है जो की चिकित्सा क्षेत्र के स्थापित मानकों से अलग है या विपरीत है, चिकित्सीय लापरवाही कहलाता है। रोगी की उचित देखभाल करने में विफल रहना चिकित्सीय लापरवाही होता है।

बैंकों की सही वेबसाइट कौन सी हैं ? फर्जी बैंक की वेबसाइट पर न करें लेनदेन

कई बार साइबर अपराधी बैंकों के जैसी दिखने वाली नकली वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी कर लेते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि हम बैंकों की असली वेबसाइट पर ही लेनदेन करें। भारतीय नेशनलाइज्ड पब्लिक सेक्टर बैंकों की असली वेबसाइट है यहां नीचे दी गई है – Bank of Baroda – https://www.bankofbaroda.in/ Bank of India – https://bankofindia.co.in/ Bank of Maharashtra – https://bankofmaharashtra.in/ Canara Bank – https://canarabank.com/ Central Bank of India – https://www.centralbankofindia.co.in/en Indian Bank – https://indianbank.

अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट पर नकली समीक्षाओं (Fake Review online) को पहचानें: ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड से बचें

नकली रिव्यू से प्रभावित न हों पैसे देकर लिखवायीं गयीं नकली समीक्षाओं को अपने खरीदारी पर गलत प्रभाव न डालने दें। कभी-कभी, एक अच्छी समीक्षा अनजाने में ही सही किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किसी चीज़ को खरीदने का निर्णय करवा देती है। ऑनलाइन विक्रेता इसके बारे में अच्छी तरह से जानते हैं और वे अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट जैसे ईकॉमर्स प्लेटफार्मों पर वे नकली रिव्यू लिखवा कर आपको अपनी चीज़ें बेच सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रतिस्पर्धा के कारण आपका ध्यान खींचने के लिए वे इस तरह के रिव्यू किसी डिजिटल मार्केटिंग कम्पनी से लिखवा सकते हैं। यह अब सुविधा से कहीं अधिक एक समस्या बन गई है।

बीमा पॉलिसी में नॉमिनी को मिलेगा क्लेम, पत्नी और बच्चों को भी हक नहीं, उपभोक्ता अदालत का फैसला

यदि किसी व्यक्ति ने अपनी जीवन बीमा की पॉलिसी में नॉमिनी के कॉलम में मां या किसी अन्य व्यक्ति का नाम दे दिया है तो उसका क्लेम मां या उसी व्यक्ति को ही मिलेगा। भले ही क्लेम पत्नी और बच्चों की तरफ से क्यों नहीं किया गया हो। जुलाई 2023 में राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग (National Consumer Dispute Redressal Commission) ने अपने एक फैसले में पत्नी एवं बच्चों को बीमा पॉलिसी क्लेम देने से इनकार कर दिया क्योंकि बीमा पॉलिसी में नॉमिनी की तौर पर मृतक की मां का नाम दर्ज था।

रेल यात्रा में चोरी सामान का नहीं मिलेगा मुआवज़ा

सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के अनुसार रेल यात्रा में चोरी हुए सामान का मुआवज़ा आपको नहीं मिलेगा। अभी तक रेल यात्रा में चोरी हुए सामान की भरपाई रेलवे के द्वारा की जाती थी लेकिन इस फैसले के बाद से अब चलती ट्रेन में यात्री का निजी सामान चोरी होने या खोने पर भारतीय रेलवे इसकी भरपाई नहीं करेगा। हाँ, सामान चोरी होने की कंडीशन में आप पहले की ही तरह FIR दर्ज करा सकते हैं।

भ्रामक विज्ञापन क्या होते हैं ? इनकी शिकायत कहाँ और कैसे करें ?

पतंजलि को भ्रामक विज्ञापन देने पर उच्चतम न्यायलय की चेतावनी भारत के उच्चतम न्यायलय ने 21 नवंबर 2023 को बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद को मॉडर्न मेडिसिन सिस्टम यानी आधुनिक चिकित्सा प्रणालियों के खिलाफ भ्रामक दावे और विज्ञापन पब्लिश करने को लेकर चेतावनी दी है। पतंजलि आयुर्वेद द्वारा जारी भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने उच्चतम न्यायलय के समक्ष एक याचिका दायर की थी। मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस अमानुल्लाह ने कहा- पतंजलि आयुर्वेद को सभी झूठे और भ्रामक दावों वाले विज्ञापनों को तुरंत बंद करना होगा। कोर्ट ऐसे किसी भी उल्लंघन को बहुत गंभीरता से लेगा और हर एक प्रोडक्ट के झूठे दावे पर 1 करोड़ रुपए तक का जुर्माना भी लगा सकता है।

इंश्योरेंस सेक्टर में इरडा ला रही है डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘बीमा सुगम’

इरडा क्या है – इरडा बीमा नियामक संस्था है। यह भारत में बीमा सम्बन्धी नियम बनाने हेतु सरकार द्वारा अधिकृत है। बीमा सुगम क्या है बीमा सुगम पोर्टल के लाभ –

क्रेडिड और डेबिट कार्ड के बारे में कानून

कैश रखना आज के समय में एक बड़ी समस्या है इसीलिए कैशलैस ट्रांजैक्शन को वरीयता दी जाने लगी है यूपीआई के अलावा तरह-तरह के कार्ड हम रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं यह कार्ड क्या है कौन इन्हें जारी करता है इनकी प्रकार क्या है और इससे संबंधित कानून क्या है आइए इसलिए इस लेख में हम जानते हैं – बैंकिंग कार्ड के प्रकार – कार्डों को उनके जारी करने, उपयोग और कार्ड धारक द्वारा भुगतान के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।

ई-कॉमर्स या ऑनलाइन शॉपिंग और उपभोक्ता के अधिकार

आज के जीवन में कंप्यूटर और मोबाइल के आ जाने से सामान और सेवाओं को खरीदने का पूरा परिदृश्य ही बदल गया है। हाथ में रखी मोबाइल से आप दुनिया में कहीं भी कोई भी चीज या सेवा खरीद सकते हैं। इस ई-कॉमर्स की सुविधा के आ जाने से हम सभी का जीवन पूरी तरह से बदल गया है। अधिकांश चीजें हम ऑनलाइन अपने रोजमर्रा की जिंदगी में खरीद रहे हैं। लेकिन इसके साथ ही कुछ खतरे भी जुड़ गए हैं, जिन से बचने के लिए हमें अतिरिक्त सावधानी की आवश्यकता होती है। आइए हम समझते हैं, कि यह ई-कॉमर्स क्या है इससे जुड़े खतरे क्या है और इन से कैसे बचा जा सकता है।

ऑनलाइन उपभोक्ता शिकायत दर्ज करें

उपभोक्ता ऑनलाइन शिकायत कहां दर्ज करवाएं अगर आप भी उपभोक्ता हैं और ऑनलाइन शिकायत करना चाहते हैं, तो यहां शिकायत कर सकते हैं : राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं 1800-11-4000 या 14404 या 1915 शिकायत का समय का ध्यान रखें : राष्ट्रीय अवकाश को छोड़कर सभी दिन (08:00 प्रात से 08:00 मध्याह्न तक ) या इस नंबर पर एसएमएस करे – 8130009809. उपभोक्ता हेल्पलाइन के अधिकारी आपसे वापस संपर्क करेंगे।