ऑनलाइन बिक्री प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सायबर धोखाधड़ी

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हाल के वर्षों में खरीदारी और भुगतान के डिजिटल तरीकों के उपयोग में वृद्धि हुई है। इंटरनेट और तेज गति और सुलभता के कारण खरीदारी करना बहुत ही आसान हो गया है। लेकिन इस के साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की गई है। जालसाज ठगने के नए–नए तरीके खोज रहे हैं, विशेष रूप से आम और भोले–भाले लोगों को उनकी गाढ़ी कमाई से ठगने के तरीके ईजाद कर रहे हैं। जो व्यक्ति खरीदारी के डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग में सतर्क नहीं हैं या ऐसे लोग जो तकनीकी वित्तीय इको–सिस्टम से पूरी तरह परिचित नहीं हैं, वे इस ठगी के तरीकों का आसान शिकार हो रहे हैं। इसलिए जालसाजों द्वारा अपनाई जाने वाली कार्यप्रणाली के बारे में जनता के बीच जागरूकता की अत्यंत आवश्यकता है। आइए जानते हैं ऑनलाइन धोखाधड़ी के यह कौन-कौन से तरीके हैं –

जानिये कैसे होता है साइबर क्राइम और फ्रॉड

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डिजिटल वर्ल्ड में सुविधाओं के साथ-साथ साइबर क्राइम और फ्रॉड के केस लगातार बढ़ रहे हैं। फोन को हैक करके बैंक अकाउंट खाली करने के मामले भी अब सामने आने लगे हैं। ऐसा ही मामला महाराष्ट्र से सामने आया है। एक बिजनेसमेन के स्मार्टफोन को कथित तौर पर हैक करके उसके अकाउंट से करीब 99.50 लाख रुपये उड़ा दिए गए हैं। पुलिस के अनुसार, कथित हैकिंग 6-7 नवंबर के बीच हुई और नेट बैंकिंग के जरिए बिजनेसमेन के बैंक अकाउंट से अन्य अकाउंट्स में पैसा ट्रांसफर किया गया है। बता दें कि हाल ही में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश, तेलंगाना के साथ-साथ महाराष्ट्र में साल 2021 में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के मामले देखने मिले हैं।

सॉफ्टवेयर पायरेसी क्या है

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सॉफ्टवेयर क्या होता है ? किसी भी कंप्यूटर या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को विशेष कार्य करने के लिए जिन निर्देशों की जरुरत पड़ती है वे प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर कहलाते हैं। ये विशेष कोड्स के द्वारा बनाये जाते हैं। सॉफ्टवेयर के प्रकार : 1) कार्यों के आधार पर सॉफ्टवेयर का वर्गीकरण – कार्यों के आधार परबांटा जाय तो सॉफ्टवेयर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं – सिस्टम सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर यूटिलिटी सॉफ्टवेयर 1 .

साइबर अपराध

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ऐसे अपराध जिन में कंप्यूटर, कम्प्यूटर से जुड़े उपकरण और कम्प्यूटर नेटवर्क या इंटरनेट का इस्तेमाल हुआ हो, साइबर अपराध कहलाते हैं। इन्हे मुख्य रूप से 3 श्रेणियों में बनता जा सकता है। सायबर अपराध के प्रकार व्यक्ति के विरुद्ध सायबर अपराध। संपत्ति के विरुद्ध सायबर अपराध। सरकार के विरुद्ध सायबर अपराध। कुछ प्रमुख सायबर अपराध : सायबर हैकिंग- किसी के कम्प्यूटर में अनाधिकृत रूप से निजी जानकारी को चुराना या फिर उसमे फेर बदल करना। इसमें शामिल है :