ऑनलाइन डेटिंग एप पर पार्टनर ढूंढना एक आदमी को भारी पड़ गया। उसने साइबर अपराधियों के चक्कर में आकर लगभग ढाई लाख रुपए गवा दिए।

सितंबर 2023 में बेंगलुरु से एक मामला सामने आया है जिसमें 30  वर्षीय युवक को ऑनलाइन डेटिंग एप पर पार्टनर ढूंढना बहुत महंगा पड़ गया।

साइबर ठगी का तरीका

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस मैं छपी एक खबर  के अनुसार, 30 वर्षीय युवक ऑनलाइन सोशल मीडिया के माध्यम से एक निकिता नाम की महिला की प्रोफाइल से जोड़ा। यही वह सोशल मीडिया पर एक अन्य व्यक्ति अरविंद शुक्ला यदि संपर्क में आया।

निकिता नाम की महिला ने स्वयं को 25 वर्ष का बताया, उसने धीरे-धीरे युवक से बातें करना चालू किया और उसकी सभी सोशल मीडिया से संबंधित जानकारी ले ली। वह एक अन्य मैसेजिंग एप पर वीडियो चैटिंग से बातें भी करने लगे।  यहीं से वह साइबर अपराधियों के चंगुल में फसना चालू हो गया।  धीरे-धीरे महिला ने युवक को विश्वास में लिया और उससे अश्लील बातें करना चालू कर दी।  युवक भी पूरी तरह से उसकी बातों में आ गया और अश्लील वीडियो चैट करना चालू कर दिया।  यह सभी वीडियो चैटिंग उस महिला ने रिकॉर्ड कर ली और बाद में उस युवक को ब्लैकमेल करने लगी।

पैसे ना देने पर निकिता ने सोशल मीडिया पर उसके सभी दोस्तों को मैसेज करके उस युवक को बदनाम करना चालू किया और उन सभी को उस युवक की वीडियो रिकॉर्डिंग भेज दीं।

इसके बाद एक अन्य व्यक्ति का फोन आया जो अपने आपको उत्तर प्रदेश पुलिस का अधिकारी बता रहा था और उसने अपना नाम अरविंद शुक्ला बताया।  उसने भी उस युवक को  पैसे ना देने पर जेल भिजवाने की धमकी देना चालू कर दिया।

युवक ने डरकर बैंक अकाउंट से करीब 2.6 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाद में जब युवक ने पुलिस को शिकायत की तो पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया और जांच कर रही है।

क्या होता है सेक्सटोर्शन

सेक्सटॉर्शन साइबर ठगी का एक नया तरीका है। इसमें किसी भी व्यक्ति को सोशल मीडिया व्हाट्सएप इंस्टाग्राम या अन्य किसी सोशल मीडिया वेबसाइट के माध्यम से दोस्ती करके फिर उसे अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें रिकॉर्ड करके ब्लैकमेल किया जाता है। सेक्सटॉर्शन का तरीका नीचे दिया गया है

  1. सबसे पहले किसी सोशल मीडिया वेबसाइट पर अनजान व्यक्ति के द्वारा फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है।
  2. फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने के बाद उस व्यक्ति से दोस्ती की जाती है और बात आगे बढ़ाई जाती है।
  3. कभी-कभी व्हाट्सएप जैसी वीडियो कॉलिंग एप्स पर सीधे कॉल भी आ सकता है।
  4. अगर कॉल एक्सेप्ट कर लिया जाता है तो सामने कोई अश्लील अवस्था में बैठा अश्लील हरकतें कर रहा होता है।
  5. ऐसी कॉल में आपका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जाता है।
  6. इसके बाद आपसे पैसे मांगे जाते हैं
  7. पैसे ना देने पर आपकी फ्रेंड लिस्ट में या आपके दोस्तों और रिश्तेदारों को यह वीडियो और फोटोस भेज दिए जाते हैं।
  8. व्यक्ति समाज में बदनामी के डर से साइबर अपराधियों को यह फोटो और वीडियो ना भेजने के बदले पैसे दे देता है।

सेक्सटॉर्शन से कैसे बचें ?

सेक्सटॉर्शन से बचने के लिए सतर्क रहें। ऐसी साइबर ठगी से बचने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें

  1. साइबर ठगी के नए-नए तरीकों के बारे में जानकारी रखें।
  2. सोशल मीडिया वेबसाइट पर अनजान लोगों से दोस्ती ना बढ़ाएं।
  3. सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्तियों को अपनी गोपनीय जानकारी ना दें।
  4. अपनी प्रोफाइल लॉक करें ताकि अनजान लोग आपकी प्रोफाइल में कौन कौन से दोस्त जुड़े हैं इस बात का पता ना कर पाए।
  5. फेसबुक व्हाट्सएप जैसे सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रोफाइल को सेफ रखने के लिए लगातार सिक्योरिटी फीचर्स को अपडेट करते रहते हैं उनके बारे में जानकारी रखें।
  6. अनजान लोगों से वीडियो या ऑडियो कॉल पर बातचीत ना करें।
  7. अगर किसी अनजान व्यक्ति से वीडियो कॉल पर बात करनी ही पड़े तो अपने मोबाइल या लैपटॉप के कैमरे पर उंगली रख ले ताकि आपका वीडियो सामने वाले व्यक्ति को ना दिखाई दे।
  8. अनजान नंबर से वीडियो कॉल आने पर कॉल उठाने से पहले ही मोबाइल के कैमरे पर उंगली रखकर बंद कर ले।
  9. अनजान व्यक्ति प्रेम भरी चिकनी चुपड़ी बातों में ना फंसे।

 सेक्सटॉर्शन का शिकार हो गए हैं तो क्या करें

अगर किसी तरह से आप सेक्सटॉर्शन का शिकार हो ही गए हैं तो चिंता ना करें निम्न बातों का पालन करें

  1. सबसे पहले अपनी प्रोफाइल को डीएक्टिवेट कर दें।
  2. आप को ब्लैकमेल करने के जो मैसेजेस की स्क्रीनशॉट और कॉल आए हैं उनको रिकॉर्ड करके रखें साइबर अपराध की जांच में काम आ सकते हैं।
  3. अपने किसी जानकार व्यक्ति से सलाह लें इसी तकनीक का ज्ञान हो और ऐसे मामलों पर सलाह दे सकता है।
  4. घबराए नहीं और उस व्यक्ति से बातचीत करना बिल्कुल बंद कर दें और उसके मैसेज का रिप्लाई करना भी बंद कर दें।
  5. साइबर अपराध का शिकार होना कोई अपमान की बात नहीं है यह कोई भी हो सकता है किसी के साथ भी हो सकता है।
  6. अपने जानने वालों को सूचित कर दें कि आपके साथ साइबर ठगों ने साइबर अपराध किया है कृपया फालतू के मैसेज इस पर ध्यान ना दें।
  7. तुरंत साइबर क्राइम रिपोर्ट पोर्टल पर आपके साथ हुए साइबर क्राइम को रिपोर्ट करें।
  8. इसके लिए साइबर क्राइम के टोल फ्री नंबर या ऑनलाइन वेबसाइट पर कंप्लेंट दर्ज कराएं।
  9. साइबर अपराधियों को पैसे किसी भी हालत में ट्रांसफर ना करें।