आधार क्या है? आधार के फायदे क्या हैं ? आसान भाषा में समझें
आधार क्या है?
आधार, भारत सरकार की बेहद महत्व पूर्ण योजना है। इसके तहत संपूर्ण भारत के प्रत्येक नागरिक का नाम पता और बायोमेट्रिक जैसी जानकारी एक केंद्रीय डेटाबेस में इकट्ठा करके उस व्यक्ति को एक विशेष पहचान नंबर जिसे आधार कार्ड नंबर कहा जाता है जारी किया जाता है। यह एक पहचान पत्र है जो संपूर्ण भारत में मान्य है।
यूआईडीएआई (UIDAI) वेबसाइट से डाउनलोड किया गया आधार लेटर या आधार, आधार का उपयुक्त और मान्य रूप है। आधार से जुड़ी सेवाओं के लिए केवल अधिकृत सेवा केंद्र या स्थायी नामांकन केंद्र ही जाएँ।
आधार में कौन सी जानकारी होती है?
आधार में दो तरह की जानकारी होती है
पहली व्यक्तिगत जानकारी, और दूसरी बायोमेट्रिक जानकारी
जनसांख्यिकीय (व्यक्तिगत) जानकारी:
- नाम
- जन्म तिथि
- लिंग
- पता
- माता-पिता/अभिभावक का विवरण (बच्चों के लिए आवश्यक, वयस्क भी दे सकते हैं)
- सम्पर्क के लिए फोन और ई-मेल का विवरण (वैकल्पिक)
बायोमेट्रिक जानकारी:
- फोटो
- हाथ की दस अँगुलियों की छाप (फिंगरप्रिंट)
- दोनों आँख की पुतली की बायोमेट्रिक
आधार में जन्म तिथि किस प्रकार मान्य की जाती है?
आधार डेटा बेस में जन्म तिथि के सत्यापित,स्पष्ट या सन्निकट होने पर संकेत के लिए एक विशेष निशान बन जाता है।
यदि आधार बनाते समय सही जन्मतिथि प्राप्त नहीं हुई हो तो व्यक्ति को सिर्फ उसकी आयु बताने के लिए कहा जाता है।
आधार के नामांकन सॉफ्टवेयर में आयु पता लगाने और जन्म तिथि की गणना करने की गणना करने की क्षमता है।
क्या आधार बनवाना अनिवार्य है?
आधार बनवाने या ना बनवाना व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है।
आधार से लिंक सुविधाएं प्रदान करने वाली संस्थाएँ जैसे बैंक, इनकम टैक्स विभाग, कृषि बीमा, राज्य सरकारें आदि आधार मांग सकती है एवं आधार से लिंक करके सुविधाएं उपलब्ध करवा सकती हैं। पर कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़कर यह अब भी अनिवार्य नहीं है।
आधार की की विशेषताएं क्या है?
पूरे देश में एक आधार :
आधार एक अद्वितीय संख्या है, कोई भी व्यक्ति दूसरा या डुप्लीकेट आधार नहीं बनवा सकता क्योंकि यह उनके व्यक्तिगत बायोमेट्रिक से जुड़ा होता है; जैसे फिंगरप्रिंट और आंखों की पुतली। यह एक व्यक्ति का एक ही होता है। इसलिए आधार भी सिर्फ एक ही बन सकता है।
किसी मौजूदा दस्तावेज़ न होने आधार का उपयोग:
कई बार नागरिकों के पास पर्याप्त या समय पर दस्तावेज उपलब्ध नहीं हो पाते। ऐसी स्थिति में आधार होने पर किसी अन्य दस्तावेज की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। क्योंकि बायोमेट्रिक से जुड़ा होने के कारण आधार संपूर्ण भारत में मान्य होगा। प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना वश जैसे बाढ़ भूकंप या किसी व्यक्ति के घर में आग लग जाने जैसी स्थिति में संपूर्ण दस्तावेज जल जाने पर भी आधार से उस व्यक्ति को पहचान कर सहायता उपलब्ध कराई जा सकती हैं।
इलेक्ट्रॉनिक बेनिफिट ट्रांसफर :
वर्तमान समय में लगभग हर राज्य की सरकारें सीधा बैंक अकाउंट में सरकारी योजनाओं का लाभ डीबीटी यानी डायरेक्टर बैंक ट्रांसफर कर रही हैं। बैंक खातों से आधार के जुड़ जाने पर यूआईडी-एनेबल्ड-बैंक-अकाउंट-नेटवर्क निवासियों को सीधे लाभ पहुँचाने के लिए एक सुरक्षित और कम लागत वाला मंच उपलब्ध कराता है। इससे लाभ सीधे व्यक्ति को आसानी से और कम समय में पहुंचाया जा सकता है। इसका एक बेहतरीन उदाहरण प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है।
बार-बार सत्यापन से मुक्ति :
आधार प्रणाली निवासियों को देश भर में ऑनलाईन पहचान सत्यापन का एकमात्र स्त्रोत प्रदान करती है। निवासियों का एक बार नामांकन हो जाने पर वे आधार नम्बर का इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से उपयोग कर अपनी पहचान को सत्यापित और प्रमाणित कर सकते हैं। आधार के कारण आम नागरिकों को बार-बार अपनी पहचान का सत्यापन नहीं करना पड़ता जैसे बैंक खाता खोलने के लिए, ड्राइविंग लाइसेंस आदि प्राप्त करने हेतु बार-बार पहचान समर्थन दस्तावेजों को उपलब्ध कराने की परेशानी से बच सकते हैं।इसे कभी भी कहीं भी ऑनलाईन आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से सत्यापित किया जा सकता है, आधार प्रणाली ने ऐसे लाखों लोगों को, जो देश के एक भाग से दूसरे भाग में चले जाते हैं, सुरक्षा एवं सुविधा प्रदान की है।
लाभार्थियों की प्राप्त पात्रता का आधार – आधारित अधिप्रमाणन:
यूआईडीएआई यानी आधार किसी क्षेत्र के निवासी की पहचान को पूरे देश में एक समान रूप से स्थापित कर सकती है।
पारदर्शिता बढ़ने से सेवाओं में संशोधन:
शासकीय योजनाओं में आधार के माध्यम से लाभार्थियों तक सीधा लाभ, पारदर्शी नियंत्रण, कम लागत, भ्रष्टाचार पर अंकुश।
सेल्फ-सर्विस से निवासियों को लाभ :
शासन के समक्ष अपनी मांग रखने, आवेदन करने, और शिकायत बस सेवा का लाभ उठाने संबंधी कार्यों एवं प्रक्रियाओं में डायरेक्ट मोबाइल ओटीपी या बायोमेट्रिक के माध्यम से सुरक्षित तरीके से वेरिफिकेशन करने की सुविधा उपलब्ध कराता है।
उदाहरण के लिए किसी व्यक्ति के रजिस्टर्ड मोबाईल नम्बर otp से इनकम टैक्स रिटर्न को ई वेरीफाई करना।आधार के क्या उपयोग हैं?
आधार ऐसी किसी भी व्यवस्था के संस्थापन में प्रयुक्त हो सकता है, जिसमें निवासी की पहचान प्रमाणित करने की आवश्यकता हो और/ या निवासी को सरकार द्वारा सेवाओं/ लाभ प्रदान किए जाने हैं।
आधार निम्न योजनाओं में उपयोग किया जा रहा है:
खाद्य एवं खाद्यान्न: सार्वजानिक वितरण प्रणाली, खाद्य सुरक्षा, मिड डे मील, बाल विकास योजना।
रोजगार- महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना, इंदिरा आवास योजना, प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना।
शिक्षा-सर्व शिक्षा अभियान, शिक्षा का अधिकार।
समावेशन एवं सामाजिक सुरक्षा-जननी सुरक्षा योजना, प्राचीन जनजाति समूह विकास योजना, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना।
स्वास्थ्य देखभाल- राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, जनश्री बीमा योजना, आम आदमी बीमा योजना।
संपत्ति हस्तांतरण, पहचान पत्र, पैन कार्ड आदि समेत अन्य विविध योजनाएँ।