कोरियर डिलेवरी स्कैम : सायबर ठगी का तरीका, महिला के खाते से उड़ाए 1.5 लाख

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साइबर अपराधी लोगों को ठगने के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। ऐसा ही एक तरीका है कोरियर डिलीवरी स्कैम।

साइबर ठगी के इस तरीके में लोगों को किसी कोरियर की डिलीवरी के लिए एक 5  या 10  रुपये का नॉमिनल शुल्क ऑनलाइन पे करने के लिए कहा जाता है। और जब लोग ठगों की बातों में आ कर पांच या  10 रुपये का पेमेंट कर देते हैं तो उनके अकाउंट से लाखों रुपए उड़ा लिए जाते हैं।

गुजरात में फैशन डिजाइनर के अकाउंट से उड़ाए डेढ़ लाख रुपये

ऐसा ही एक मामला सामने आया है गुजरात के अहमदाबाद से।  जहां एक महिला ने कथित तौर पर कूरियर डिलीवरी स्कैम में फंसकर 1.38 लाख रुपये गंवा दिए। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के अनुसार 25 साल की फैशन डिजाइनर मितीक्षा शेठ कपड़े के पार्सल का इंतजार कर रही थीं, जो उन्होंने एक दर्जी को सिलने के लिए दिया था। ऑर्डर पूरा होने के बाद दर्जी ने उसे सूचित किया कि ऑर्डर  कोरियर के द्वारा डिलीवरी के लिए भेज दिया गया है।

कोरियर करने के 3 दिन के बाद भी जब फैशन डिजाइनर को कोरियर प्राप्त नहीं हुआ तो उन्होंने कोरियर की कंपनी की वेबसाइट पर कोरियर को ट्रैक किया। इसके कुछ देर बाद ही उन्हें एक अनजान फोन आया है जिसमें एक व्यक्ति ने उनसे कहा कि वह उस कोरियर कंपनी से ही बात कर रहा है और उन्हें अगर कोरियर चाहिए तो ₹5 का शुल्क चुकाना होगा। कोरियर प्राप्त करने के लिए ₹5 का शुल्क कोई बड़ी रकम नहीं होती। इसीलिए महिला को कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा और वह साइबर ठगों के भरोसे में आ गई। अपने आपको कंपनी का कर्मचारी बताने वाले सहाय पर ठगने भुगतान करने के लिए एक लिंक शेयर किया जिस पर क्लिक करने के बाद ₹5 का भुगतान हो गया। इसके बाद उसे फिर से भुगतान करने के लिए अतिरिक्त ₹5 चुकाने को कहा गया।

दूसरी बार जब भुगतान के लिए कहा गया तो महिला फैशन डिजाइनर को अपने साथ हुई साइबर ठगी का अंदाजा हुआ और उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया।

लेकिन इससे कोई लाभ नहीं हुआ क्योंकि तब तक साइबर अपराधी उसके खाते से लाखों रुपए उड़ा चुके थे।

कुछ समय बाद जब महिला ने अपना अकाउंट चेक किया तो पता चला कि उसके खाते में से सारी राशि गायब हो चुकी है। उसके खाते में कुल चार ट्रांजैक्शन किए गए थे और लगभग डेढ़ लाख रुपए साफ कर दिए गए थे।

ऑनलाइन साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की

उन्होंने साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल किया और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई।  मामले की जांच चल रही है।

कोरियर डिलेवरी स्कैम सायबर ठगी से बचने के लिए क्या सावधानी रखें ?

  1. ऑनलाइन टोल फ्री नंबर या हेल्पलाइन नंबर सर्च करते समय सतर्क रहें।
  2. किसी भरोसेमंद वेबसाइट से या ऑफिशियल वेबसाइट से ही टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर प्राप्त करें।
  3. ध्यान रखें गूगल पर हर वेबसाइट सुरक्षित नहीं है और यह साइबर अपराधियों द्वारा आप को ढकने के लिए भी बनाई जा सकती है।
  4. ऑनलाइन पेमेंट करते समय बेहद सावधान रहें।
  5. किसी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें।
  6. ध्यान रखें कि जो आदमी पुण्य ईमेल पर अपने आप को किसी कंपनी का कर्मचारी या अधिकारी बता रहा है वह कोई साइबर अपराधी भी हो सकता है।
  7. ₹2 ₹5 ₹10 जैसे छोटी रकम का भुगतान करके भी आपके खाते से बड़ी रकम उड़ाई जा सकती है।
  8. किसी भी व्यक्ति को मोबाइल पर आया कोई भी ओटीपी ना बताएं।
  9. https://lawforce.in/ पर साइबर की के नए अपराधों के बारे में जानकारी लेते रहे एवं अपडेट रहें।
  10. आपके साथ हुए साहिबा अपराध की तुरंत रिपोर्ट साइबर क्राइम रिपोर्ट पोर्टल पर करें।
  11. अपने बैंक खाते को तुरंत लॉक करवाएं एवं ट्रांजैक्शन को ब्लॉक करवाएं।