वसीयत क्या है और इसका महत्व
वसीयत वसीयत के बारे में कुछ ऐसे तथ्य जो आपको जानना जरूरी है
वसीयत एक बहुत महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज है, जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति अपने परिवार, प्रियजन और स्नेही जनों के बीच बांट सकता है, ताकि उसकी मृत्यु के पश्चात उसकी संपत्ति के बारे में कोई प्रश्न अथवा वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो।
हालांकि समाज में वसीयत के बारे में बहुत सारी भ्रांतियां हैं। और जानकारी के अभाव में व्यक्ति समय रहते वसीयत और अपनी संपत्ति का प्रबंधन नहीं कर पाता।
व्यक्ति को भ्रम रहता है कि वसीयत मरने के पहले अथवा बुढ़ापे में ही की जाती है, और वसीयत करना बूढ़े लोगों का काम है।
आज के अनिश्चित समय में जितनी जल्दी वसीयत तैयार करवा लें उतना अच्छा है। ताकि किसी अप्रिय घटना या दुर्घटना होने की स्थिति में आपकी संपत्ति आपके वास्तविक उत्तराधिकारियों को ही प्राप्त हो।
आज के समय में जब जीवन इतना अनिश्चित हो गया है कि आप वृद्धावस्था तक पहुंचेंगे भी या नहीं यह नहीं कहा नहीं जा सकता। विशेषकर कोविड / कोरोना के बाद से हम आये दिन ख़बरों और समाचार पत्रों में सुनते रहते हैं कि 25 वर्ष 30 वर्ष और 35 वर्ष के व्यक्ति को बैठे बिठाये अथवा जिम वर्कआउट करते समय हार्ट अटैक आ गया। इसके अलावा लगभग रोज ही सड़क दुर्घटना और अन्य प्राकृतिक एवं मानव निर्मित त्रासदियां समाचार पत्रों की सुर्खिया बनी रहती हैं।
समय का भरोसा नहीं है। इसलिए बुढ़ापे में अपनी वसीयत करने के इंतजार में कहीं ऐसा न हो कि वसीयत का समय ही न मिले और आपकी मेहनत से कमाई संपत्ति का आनंद आपके असली वारिसों के बजाय कोई दूसरे उठायें।