2023 में माननीय उच्चतम न्यायालय के समक्ष एक याचिका दाखिल हुई जिसमें कहा गया था कि भारत का एक नाम ‘इंडिया’ ग्रीक शब्द इंडिका से आया है। संविधान से इस नाम को हटाया जाना चाहिए।  याचिका में मांग की गई थी कि उच्चतम न्यायालय केंद्र सरकार को निर्देश दे कि संविधान के अनुच्छेद-1 में बदलाव कर देश का नाम केवल भारत करे।

सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय बेंच ने याचिका को ख़ारिज करते हुए इस मामले में दख़ल देने से इनकार कर दिया।  सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि – “संविधान में पहले से ही “भारत” नाम का का उल्लेख किया गया है। भारत के संविधान के पहले अध्याय में लिखा है – ‘इंडिया डैट इज़ भारत.’

उच्चतम न्यायालय ने कहा कि इस याचिका को संबंधित मंत्रालय में भेजा जाना चाहिए और याचिकाकर्ता को उचित मंच के माध्यम से सरकार के समक्ष अपनी मांग रखनी चाहिए। ती है 10000 का कर देंगे कभी-कभी मिल जाती है सेल में अच्छी चीज तुम देखते चाइनीस वेबसाइट

भारत के अलग-अलग नाम

आईए जानते हैं भारत के अलग-अलग नाम क्या है भारत को और प्राचीन काल से भारत को किन-किन नाम से जाना गया।

  1. अजनाभवर्ष
  2. भारतवर्ष,
  3. जम्बूद्वीप – हिन्दू धर्मग्रंतों और अशोक के शिलालेखों में
  4. भारतखण्ड,
  5. आर्यावर्त – आर्यों के देश
  6. हिन्दुस्तान,
  7. हिन्द,
  8. अल-हिन्द,
  9. इण्डिया
  10.  ग्यागर और फाग्युल – तिब्बत के लोग कहते थे भारत को
  11. तियांजु और जुआंदु और येंदु – चीन के लोग कहते थे भारत को
  12. तेनजिकु – जापान के लोग कहते थे भारत को

भारत की आधिकारिक भाषाओं में भारत गणराज्य के नाम देखें

भारत का नाम भारत कैसे पड़ा

सबसे प्रचलित या स्वीकार्य मानता है कि भारतवर्ष या भारत नाम हस्तिनापुर के महाराजा दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा है। आगे चल कर भरत एक चक्रवर्ती सम्राट थे।

“ऐतरेय ब्राह्मण” नामक प्राचीन ग्रन्थ के अनुसार भरत जो कि एक चक्रवर्ती सम्राट थे उन्होंने चारों दिशाओं की भूमि का अधिग्रहण कर विशाल साम्राज्य का निर्माण कर अश्वमेध यज्ञ किया जिसके चलते उनके राज्य को भारतवर्ष नाम मिला।

“मत्स्यपुराण” नमक प्राचीन ग्रन्थ में  उल्लेख है कि मनु को प्रजा को जन्म देने वाले और उसका भरण-पोषण करने के कारण भरत कहा गया और जिस खण्ड पर उसका शासन था उसे भारतवर्ष कहा गया।

वैसे पौराणिक धारणाओं में भी भारत नामकरण होने की अलग-अलग मान्यताएं हैं। क्योंकि पौराणिक युग में भरत नाम के कई महान व्यक्तित्व हुए हैं। और यह भी संभव है कि राजा भारत के अलावा उनके नाम पर भी इस देश का नाम भारत पड़ा हो। आईए देखते हैं कि पौराणिक युग में भारत नाम के और कौन-कौन से महान व्यक्ति थे।

  1. राजा भरत जो कि राजा दशरथ के पुत्र और श्री राम के भाई थे।
  2. नाट्यशास्त्र ग्रन्थ के रचयिता भरतमुनि।
  3. एक राजर्षी भरत का भी उल्लेख है जिनके नाम पर ‘जड़भरत” मुहावरा प्रचलित है।
  4. भगवान ऋषभदेव के बड़े पुत्र महायोगी भरत। वह ऋषभदेव के 100वें पुत्र थे।
  5. मगधराज इन्द्रद्युम्न के दरबार में भी भरत ऋषि थे

ऋग्वेद में भारत नाम का उल्लेख

वैसे इस देश के लिए भारत नाम का उल्लेख हिंदुओं के सबसे प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद में भी मिलता है। इतिहासकारों के अनुसार ऋग्वेद की रचना 1500 से 1200 ईसा पूर्व हुई थी।

उस समय के 300 कबीलों का 300 उल्लेख ऋग्वेद में है। इनमें से प्रमुख थे पुरु, यदु, अनु, द्रुह्यु, तुर्वासा और भरत।

ऋग्वेद के अनुसार 10 कबीलो और भरत के बीच में युद्ध हुआ जिसे दासराज युद्ध कहा जाता है। भरत कबीले की उस युद्ध में विजय हुई और एक बड़े क्षेत्र पर उसका अधिकार हो गया।  यह कबीला आगे बढ़कर गंगा के तट तक फैल गया जो बाद में कुरु कहलाए और इन्हीं भरतवंशी शासको के कारण उनके राज्य का नाम भारत पड़ा।

इंडिया

India शब्द की उत्पत्ति से हुई है ‘इण्डस’ (Indus) शब्द से, जो कि ‘सिंधु’ के लिए इस्तेमाल होता था। यह शब्द चौथी सदी में यूनानियों द्वारा प्रचलन में था। इस शब्द का उल्लेख पुरानी अंग्रेजी में 9वीं सदी में और नई अंग्रेजी में 17वीं सदी में मिलता है। यूनान के लोगों को फारसियों के जरिए हिंद की जानकारी मिली। बाद में यूनानियों ने भारत को ‘इंडस’ और ‘इंडिका’ कहना शुरू कर दिया। यही आगे चलकर इंडिया बन गया।

‘इंडिया’ और ‘भारत’ का विवाद

सितंबर 2023, राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से राष्‍ट्रप्रमुखों को G-20 समिट का आमंत्रण भेजा गया , इसमें ‘प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसीडेंट ऑफ भारत’ नाम का इस्‍तेमाल किया गया है।  इस  के बाद से बहस छिड़ गई है कि क्‍या केंद्र सरकार देश का नाम इंडिया से बदलकर ‘भारत’ करने वाली है।

भारत का सही नाम क्या है?

भारत के संविधान में देश के लिए दोनों नाम का उल्लेख है भारत और इंडिया। अगर हम आधिकारिक नाम की बात करें तो हमें संविधान के पहले भाग के पहले अनुच्छेद को देखना होगा।

इसमें लिखा है – “ India that is Bharat”

इसका अर्थ यह हुआ कि संविधान में दोनों नाम को मान्यता दी गई है। और दोनों ही नाम प्रयोग किये जा सकते हैं। इसका मतलब है कि भारत भी इस देश का एक आधिकारिक और संवैधानिक नाम है।

क्या सरकार इंडिया का नाम बदल रही है?

यह कहना गलत होगा कि सरकार ने भारत शब्द का इस्तेमाल करके इंडिया का नाम बदलने का प्रयास किया है। क्योंकि भारत और इंडिया दोनों आधिकारिक नाम है।

भारत के पासपोर्ट पर क्या नाम लिखा होता है?

अगर आप भारत के पासपोर्ट को देखें तो यह बात स्पष्ट हो जाएगी।

भारत के पासपोर्ट पर हिंदी में लिखा होता है – ” भारत गणराज्य ” और अंग्रेजी में लिखा होता है – ” रिपब्लिक आफ इंडिया”

इसका अर्थ यह हुआ कि सरकार द्वारा दोनों नाम प्रयोग में ले जाते हैं और दोनों ही नाम सही है।