ऑनलाइन इलाज सर्च किया तो साइबर फ्रॉड ने बैंक अकाउंट से लाखों रुपए उड़ाए
सितंबर 2023 में ऑनलाइन इलाज के नाम पर एक सरकारी कर्मी को लगभग डेढ़ लाख रुपये का चूना लग गया।
हाईकोर्ट के एक सरकारी कर्मी को बवासीर की शिकायत थी। इसके इलाज के लिए उन्होंने बाबासीर का गूगल परऑनलाइन इलाज ढूंढा। उन्हें ऑनलाइन एक वेबसाइट मिली जिस पर बावसीर को ठीक करने के लिए एक कड़ा पहनने की सलाह दी गई। उन्होंने इस पर भरोसा करते हुए ऑनलाइन कड़ा बुक कर दिया।
ऑनलाइन खाना खरीदने के लिए उन्हें फेसबुक पर किसी अनजान व्यक्ति ने ‘एनी डेस्क’ नाम की एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा ताकि वह कड़े की बुकिंग और उसकी डिलीवरी दे सके।
क्या है एनीडेस्क एप्लीकेशन और इसके खतरे
एनी टेस्ट एप्लीकेशन ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम है जिससे कहीं दूर बैठा कोई व्यक्ति आपके कंप्यूटर या लैपटॉप को बिल्कुल वैसे ही चला सकता है जैसे आप चलाते हैं। वह आपके कंप्यूटर पर पूरा नियंत्रण प्राप्त कर लेता है। आपके कंप्यूटर लैपटॉप पर नियंत्रण करके आपकी सभी महत्वपूर्ण फाइलें या गोपनीय जानकारी देख सकता है या कॉपी कर सकता है या उसको नष्ट कर सकता है यानी आपका डाटा करप्ट कर सकता है।
शासकीय कर्मचारी के द्वारा नित कंप्यूटर का एक्सेस उत्साह व अपराधी को दिए जाने के बाद उनके SBI अकाउंट से 49,993 रुपये और इंडियन बैंक से 1,08,100 रुपये उड़ा दिए गए। जिसकी शिकायत उन्होंने साइबर थाने में की।
कैसे बचें
साइबर अपराध के इस तरीके से बचने के लिए हमको निम्न सावधानियां अपनानी होगी –
- गूगल पर किसी बीमारी का इलाज ना सर्च करें, बीमारी के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
- कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल पर किसी अनजान व्यक्ति द्वारा बताई गई कोई एप्लीकेशन इंस्टॉल ना करें।
- किसी भी व्यक्ति को अपने मोबाइल लैपटॉप या कंप्यूटर का एक्सेस न दें।
- एनीडेस्क जैसी कई एप्लीकेशन है, जो आपके मोबाइल लैपटॉप या कंप्यूटर का एक्सेस दूसरों को दे देती है ऐसी एप्लीकेशन के बारे में पता करें वहां उनको इंस्टॉल ना करें।
- किसी भी व्यक्ति के साथ अपने मोबाइल पर आया कोई भी ओटीपी कभी शेयर न करें।
- हर इलाज, कस्टमर केयर नंबर या जानकारी गूगल पर सर्च ना करें।
- ध्यान रखें कस्टमर केयर नंबर भी ऑफिशियल यानी आधिकारिक साइट से ही देखें
- ध्यान रखें गूगल पर दिया गया हर कस्टमर केयर नंबर सही नहीं है या अपराधियों द्वारा डाला गया ही हो सकता है।
- ऑनलाइन खरीदारी करते समय बेहद सतर्क रहें।
- किसी समझदार या जानकार व्यक्ति जो ऐसे मामलों को समझता है, से सलाह ले लें।