साइबर अपराध
ऐसे अपराध जिन में कंप्यूटर, कम्प्यूटर से जुड़े उपकरण और कम्प्यूटर नेटवर्क या इंटरनेट का इस्तेमाल हुआ हो, साइबर अपराध कहलाते हैं। इन्हे मुख्य रूप से 3 श्रेणियों में बनता जा सकता है।
सायबर अपराध के प्रकार
- व्यक्ति के विरुद्ध सायबर अपराध।
- संपत्ति के विरुद्ध सायबर अपराध।
- सरकार के विरुद्ध सायबर अपराध।
कुछ प्रमुख सायबर अपराध :
सायबर हैकिंग- किसी के कम्प्यूटर में अनाधिकृत रूप से निजी जानकारी को चुराना या फिर उसमे फेर बदल करना। इसमें शामिल है :
i ) जानकारी चुराना – किसी के भी कंप्यूटर से उसकी निजी जानकारी निकालना या कॉपी करना।
ii ) सूचना मिटाना- किसी के कंप्यूटर से जानकारी मिटाना, डिलीट करना।
iii ) फेर बदल करना- जानकारी मे परिवर्तन कर देना, लॉक कर देना, इन्क्रिप्ट कर देना।
वायरस – ऐसे कम्प्यूटर प्रोग्राम बनाना और भेजना जिस से अन्य कम्प्यूटर ख़राब हो जाएँ, या सही काम न कर सकें। इनमे शामिल हैं – वायरस, वर्म, टार्जन हॉर्स, लॉजिक हॉर्स आदि।
पाइरेसी – किसी भी कॉपीराइट या बौद्धिक सम्पदा को अनाधिकृत रूप से प्राप्त करना, डाउनलोड करना, बेचना खरीदना आदि।
ईमेल फ्रॉड – ऐसे ईमेल बनाना या भेजना जिस से किसी प्रकार की धोखाधड़ी की जाय।
ईमेल स्पैमिंग – किसी के कम्प्यूटर या सॉफ्टवेयर, ईमेल बॉक्स या वेबसाइट को ईमेल भेज कर खराब करना।
साइबर बुलिंग – सोशल नेटवर्किंग पर अमर्यादित कमेंट करना, इंटरनेट पर धमकियॉ देना, मजाक बनाना, शर्मिंदा करना।
क्रेडिट / डेबिट कार्ड धोखाधड़ी – किसी बैंक के ATM कार्ड या क्रेडिट कार्ड से जुडी धोखाधड़ी।
सायबर स्टाकिंग – इंटरनेट या सोशल मीडिया पर गलत आशय या निजता भंग करने के लिए लगातार पीछा करना कमेंट करना, फॉलो करना।
सायबर पोर्नोग्राफी – इंटरनेट या कम्प्यूटर के माध्यम से अश्लील साहित्य या सामग्री प्राप्त करना, स्टोर करना, बनाना, बेचना, खरीदना, किराए पर लेना या वितरण करना।
पहचान चोरी – किसी अन्य व्यक्ति की निजी जानकारी का गलत उपयोग करके इंटरनेट पर वह व्यक्ति होने का विश्वास दिलाना।
सायबर आतंकवाद – किसी आतंकवादी उद्देश्य से कम्यूटर व इंटरनेट का उपयोग करना।
सायबर अपराध के ये कुछ उदाहरण हैं। लेकिन समय के साथ जैसे जैसे तकनीक उन्नत होती जा रही है अपराधी नित नए नए तरीके खोज कर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं।