हॉलीडे पैकेज के नाम पर महिला को लगाया 90 हजार का चूना

2023 में मुंबई में रहने वाली एक महिला इंटरनेट पर हॉलिडे पैकेज सर्च कर रही थी, गूगल पर सर्च करते हुए उसे एक वेबसाइट दिखी जिस पर बहुत आकर्षक हॉलिडे पैकेज बताए गए थे जो कि बहुत कम कीमत पर उपलब्ध थे। महिला उस फर्जी वेबसाइट के झांसे में आ गई और उसने बुकिंग के लिए ₹90000 साइबर अपराधी के खाते में ट्रांसफर कर दिए।

बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में एक कंपनी में काम करने वाली महिला की शिकायत पर इस अपराध के लिए सितंबर 2023 में मुंबई पुलिस ने एक 23 साल के आकाश वाधवानी को जुहू के एक बड़े होटल से गिरफ्तार किया। वह घाटकोपर का रहने वाला है। उसी ने एक फर्जी वेबसाइट बनाकर हॉलिडे पैकेज बुकिंग के नाम पर एक महिला को ठगा था। पूछताछ में आकाश ने बताया कि उसने कई अन्य लोगों के साथ भी इस प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी की है।

आकाश फर्जी होलीडे वेबसाइट बनाकर कई लोगों के साथ बुकिंग के नाम पर ठगी कर रहा था।  वह आमतौर पर बड़े होटलों में ही रहता था और अभी तक उसने करीब 20 बार लोगों को होलीडे पैकेज के नाम पर चूना लगाया है।

आकाश ने महिला के साथ 90 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है। महिला का कहना है कि उसने अपनी छुट्टियों के लिए तटीय शहर अलीबाग में एक विला बुक करने की कोशिश की थी। उसे ‘vistarastays.com’ नाम की एक वेबसाइट मिली जो इन स्थानों को बुक करने के लिए ऑफर कर रही थी।
जब उन्होंने उस वेबसाइट पर बात की तो उन्होंने विला बुक करने के लिए 90,000 रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया। महिला ने उस फर्जी वेबसाइट पर भरोसा करके पूरे पैसे ट्रांसफर कर दिए। और इस प्रकार एक पढ़ी-लिखी महिला साइबर अपराधी के चंगुल में फंस गई और धोखे का शिकार हो गयी।
महिला ने बताया कि उसके बाद उसका वेबसाइट से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था। वेकेशन का समय भी आ गया था लेकिन कुछ फर्जी वेबसाइट की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा था। तब उस महिला को एहसास हुआ कि उसके साथ साइबर फ्रॉड हुआ है। महिला ने पुलिस को इस बात की शिकायत की और तब पुलिस ने इस शिकायत को आधार बनाकर अपनी जांच मैं आकाश को दोषी पाया और उसे गिरफ्तार किया।

साइबर फ्रॉड के लिए आकाश पर क्या कार्रवाई होगी

मामले की जांच कर रहे उप-निरीक्षक राजेश गराड ने कहा कि आकाश ने लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए फर्जी वेबसाइट बनाई और करीब 20 अलग-अलग लोगों के साथ ठगी को अंजाम दिया। आकाश पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज करके जेल भेज दिया गया है।

ऐसे ऑनलाइन साहिबा स्कैम से कैसे बचें

  • सबसे पहले तो विश्वसनीय वेबसाइट पर ही विजिट करें।
  • ध्यान रखें गूगल पर मिलने वाली हर वेबसाइट सही नहीं होती है।
  • वेबसाइट का डोमेन नेम ध्यान से चेक करें, कहीं ऐसा तो नहीं कि साइबर अपराधियों ने मिलते जुलते नाम की कोई फर्जी वेबसाइट बनाई हो। यह साइबर अपराधी बहुत बारीकी से असली देखने जैसी नकली वेबसाइट तैयार करते हैं।
  • वेबसाइट के यूआरएल में “https://” और एड्रेस बार में एक पैडलॉक यानी ताले का चिन्ह अवश्य देखें।
  • अगर कोई नई मोबाइल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर आपसे इंस्टॉल करवाया है तो सतर्क हो जाएं यह साइबर अपराधी हो सकते हैं जो आपके डिवाइस को हैक करके आप को चुना लगा सकते हैं।
  • उस वेबसाइट के रिव्यू, रेटिंग और फीडबैक अन्य वेबसाइटों पर भी देखें, अगर वह फर्जी वेबसाइट होगी तो हो सकता है कई अन्य लोगों ने भी उस वेबसाइट की शिकायत अन्य ऑनलाइन फोरम और रिव्यू वेबसाइट के ऊपर की होगी।
  • बुकिंग और पेमेंट करते समय विशेष सावधानी बरतें।
  • ओटीपी भूल कर भी किसी व्यक्ति को ना बताएं।